A number of villains appear in Ibn-e-Safi's Jasoosi Duniya Hindi series.

इबने सफी ने अपनी कल्पना से ऐसे विलक्षण चरित्रों को प्रकट किया कि वह किवंदिती बन गये | विनोद, हमीद और राजेश के आलावा उन्होंने विभिन्न उपन्यासों में कई खलनायकों का निर्माण किया जिन्हें हमेशा याद रखा जायेगा | इनमें “ लाशों की वर्षा “ के मिस्टर जेड “ खोपड़ियों का नाच “ के हकीम आर्सेलानोस, या राजेश सीरिज के अल्फान्जे और डा. डिएगो शामिल   हैं | यहाँ हम उन खलनायकों के बारे में और अधिक जानकारी प्रदान कर रहे है जो  एक से अधिक उपन्यासों में दिखाई दिये हैं |

जीराल्ड शास्त्री :

हालाँकि एक विदेशी होने के बावजूद, जीराल्ड शास्त्री संस्कृत के एक विद्वान और ज्योतिष शास्त्र और हिन्दू दर्शन शास्त्र में एक विशेषज्ञ है | इन स्पष्ट गुणों के आलावा, वह एक महान वैज्ञानिक है जो “ जंगल की आग “ में पुरुषों को विशाल गोरिल्ला में बदलने की एक प्रक्रिया का अविष्कार करते हैं | वह अपनी वैज्ञानिक उपलब्धियों की सहायता से दुनिया पर शासन करने की योजना बना रहा है। यद्यपि विनोद उसके मनसूबों को तोड़ने में सफल रहता है, वह बच जाता है और “मौत की चट्टान “ में वापिस लौटता है |

संगही :

वह सबसे प्रतिभाशाली और विश्वासघाती खलनायक है जो जासूसी दुनिया और राजेश सीरीज दोनों में प्रकट होता है | संगही एक चीनी पिता और मंगोलियाई माँ की संतान है, और एक असफल तख्तापलट की कोशिश के बाद उसे अपना देश छोड़ने के लिये मजबूर किया जाता है | तभी से वह एक देश से दूसरे देश में घूम कर, अपने अपराधिक, कामुक और लालची प्रकृति को प्रदर्शित करने के लिये सभी अवसरों से लाभ उठाने की कोशिश कर रहा है | वह दिखने में बहुत ही पतला और कमजोर शरीर वाला लगता है, लेकिन वास्तब में वह बहुत मजबूत है | अपने शत्रुओं को दबोचने की अपनी क्षमता जो बाद में उनकी घुटन और बेहोशी की वजह बनती है के कारण वह उन लोगों में जो कुछ हद तक उसे जानते हैं “ जोंक “ के नाम से प्रसिद्ध है |

वह पहली बार “ नीली लकीर “ में दिखाई देता है | वह पुरातत्वविद आर्थर के एक सहयोगी हैं, जिन्होंने अल्पोम पहाड़ की बर्फ में दफ़न एक राजकुमारी के शरीर की खोज की | कुछ धर्म ग्रंथों के साथ एक चांदी की चादर शरीर की गर्दन के चारों ओर लपेटी गई है जो किसी छिपे हुए खजाने की ओर इशारा करती है | एक बार विनोद ने उसे मिटटी में डाल दिया और एक दूसरे आदमी ने उसे इतनी जोर से थप्पड़ मार दिया कि वह कमरे में कई कदम लुढकता चला गया | अपने क्रोध को तुरंत प्रदर्शित करने की बजाय, उसने इसे यह कह कर ख़ारिज कर दिया कि उसे कई घटिया लोगों ने थप्पड़ मारा है, लेकिन विनोद के रूप में एक प्रतिष्ठित सेलेब्रिटी से मार खाना एक सम्मान की बात है | यह काफी साफ़ है कि वह अपने क्रोध को काफी सीमित रखता है, और अधिक उपयुक्त घटना के लिये अपनी घृणा और प्रतिशोध को बढाता है | उसका अपनी भावनाओं पर इस तरह का नियंत्रण उसे और भी खतरनाक बना देता है | विनोद चिली की सरकार को लौटने के लिये चांदी की चादर वापस ले लेता है, लेकिन संगही बचने में सफल हो जाता है और “ खूनी बवंडर “ में सरकार की हिरासत से चादर चुरा लेता है और खजाने की तलाश में दक्षिण अमेरिका चला जाता है | विनोद “ काली घाटी “ तक उसका पीछा करता है, लेकिन आखिर समय में संगही एक गुफा में कूदकर बचने में सफल हो जाता है | संगही की अगली उपस्थिति राजेश सीरिज के उपन्यास “ लाशों का बाजार “ में है | विनोद की उससे अगली भिडंत “ चमकती छाया “, “ पीला तूफ़ान “ और “ आकाश के शोले “ में होती है |

राजेश की संगही से पहली मुलाकात “ लाशों का बाजार “ में लन्दन में होती है, जहाँ राजेश क्रिमिनोलॉजी में अनुसन्धान कर रह है | मैक्लारंस नामक अपराधी ने शहर को आतंकित कर दिया है | राजेश स्थिति की जाँच करने की कोशिश कर रहा है, और संगही के पास आ जाता है | संगही ने एक ऐसी तकनीक तैयार की है, जिसके द्वारा वह हमलावर के हाथो की हरकत को देखकर उसके ऊपर चलाई जाने वाली गोलियों को चकमा दे सकता है, और तेजी से आगे बढ़ सकता है | संगही ने राजेश के सामने इसका एक बार प्रदर्शन किया और राजेश ने उसे एक बार दोवारा ऐसा करने को कहा | इसमें शामिल तकनीक को समझने के लिये राजेश के लिये इतना काफी था | तब राजेश ने संगही को अपने ऊपर गोली चलने की चुनौती देकर आश्चर्यचकित कर दिया, संगही को अपनी आँखों पर यकीन नहीं हुआ जब बह राजेश को अपनी गोली का निशाना बनाने में असफल हो गया | इस सच्चाई के बावजूद वह दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे हैं, बुरे इरादों वाले इंसान ने राजेश को चालाकी के मामले में सही अर्थो में अपना भतीजा घोषित किया है |

उनकी अगली मुलाक़ात “ जौंक की वापसी “ में होती है | अब संगही जीरो लैंड के लिये काम करता है | यह कहानी “ जहरीली तस्वीर " और “ सुनहरी चिंगारियां “ में भी जारी रहती है | संगही राजेश को मारने में असमर्थ है क्योंकि जीरो लैंड के लिये आवश्यक है कि राजेश जीवित रहे | संगही कई अन्य उपन्यासों में भी मुख्य खलनायक है जैसे “ रंगीन धारियां “, “ धारियों का हमला “, " जौंक और नागिन “, " चमकीला बादल “," जैबरा मैन “ और “ जंगल का आदमी “ आदि |

डा. सावरकर :

डा. सावरकर पेशे से एक मनोवैज्ञनिक है, और “ जनसंपर्क ब्यूरो “ जो मनोवैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करके लोगों को अपने दुश्मनों से मुकाबला करने में मदद करने का दावा करता है का प्रमुख है | वस्तविकता में हालाँकि कि, वह सबसे ताकतवर समूह “ हितकारी संस्था “ का प्रमुख है, जो देश में क्रांति लाने की कोशिश कर रहा है | वह इबने सफी की कहानियों की सबसे अच्छी श्रृंखला “ शोला सीरीज “ जिसमे “ पहली चिंगारी “, “दूसरी चिंगारी “, “ तीसरी चिंगारी “ और " नरक की आग " शामिल है का खलनायक है | अपनी मनोवैज्ञानिक तकनीकों और अजीब अविष्कारों की सहायता से , उसने पृथ्वी के नीचे एक नई दुनिया बनाई है | डा. सावरकर की दुनिया को तोड़ना, जासूसी दुनिया में विनोद के लिये संभवता: सबसे मुश्किल काम है |

डा. डारकेन :

डा. डारकेन एक खतरनाक अंतर्राष्ट्रीय अपराधी है | एक बार उसने एक निजी सभा में तीन अमेरिकी प्रतिनिधियों को मार डाला | वह जहर का विशेषज्ञ है | वह विनोद के देश में उपन्यासों की एक अन्य सीरीज जिसमे “ जहरीले तीर “, “ पानी का धुंआ “, “ हंसती लाश “ और " डा. डारकेन " शामिल हैं में एक ब्लैक मेलर के रूप में नजर आता है |

फिंच :

फिंच डा. डारकेन सीरीज का एक और खलनायक है | फिंच शुरू में एक सर्कस में काम करता था, वह केवल साढ़े चार फुट का एक बोना था | फिर भी बांस का प्रयोग करके वह अपनी हाईट सामान्य बना लेता था | वह एक अनाथ लड़की को पाल रह था, लेकिन एक रात डा. डारकेन के समूह ने उसका अपहरण कर लिया | अगले दिन उसका मृत शरीर सड़क पर पाया जाता है | उस दिन से फिंच एक अपराधी बन जाता है, डा. डारकेन से बदला लेने के लिये वह अपना एक गिरोह बनाता है | पाठक आमतोर पर डा. डारकेन के खिलाफ उसकी लड़ाई में फिंच के प्रति सहानुभूति रखते हैं | विनोद डा. डारकेन के समूह को तोड़ने में कामयाब रहता है, जबकि फिंच बच निकलता है | बाद में वह “ मौत का निशान “ और “ आकाश के शोले “ में फिर से दिखाई देता है |

नातूना :

नातूना जीरो लैण्ड की एक एजेंट है | “ चांदनी का धुआँ “ में वह एक मिशन की प्रभारी है , जो एक दुर्लभ ईधन की खोज कर रह है, जिसमे पृथ्वी से इसे चोरी करने की योजना है | यह पदार्थ सामान्य गैसोलीन से हजार गुना हल्का होता है, और इसे अंतरिक्ष यात्रा के लिये इस्तेमाल किया जा सकता है | वह इतनी सुन्दर है कि कलाकार जेलानी द्वारा बनायीं गई उसके चेहरे की पेंटिंग “ अन्तर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी “ में पहला पुरस्कार जीतती है | इबने सफी ने नातूना के चरित्र को इस जादुई तरीके से विक्सित किया है कि पाठक भ्रमित हो जाते हैं , वह शुरू में उसे कोई आत्मा या किसी दूसरे संसार से आई हुई समझते हैं | हालाँकि अंत में वह एक इंसान के रूप में उभरी, और विनोद के चंगुल से बड़ी मुश्किल से बच निकली | कई वर्षों के बाद वह फिर से “ सपनों का व्यापारी “ और “ चांदी की झील “ में दिखाई देती है |

धनराज भिखारी :

बिडम्बना से धनराज भिकारी एक जासूसी कहानी लेखक है | वह अपने बन्द कार्यालय से एक माईक्रोफोन पर अपने सचिव को उपन्यास के बारे में लिखवाता है | उसके इस मुखोटे को सबसे पहले “ सातवाँ टापू “ में विक्सित किया गया है | हालाँकि “ शैतानी झील “ में यह पता चलता है कि वह एक स्मगलर है जिसके गिरोह ने पांच टन सोने की चोरी की है | जब नौसेना पुलिस उसका पीछा करने की कोशिश करती है, तो वह सोना एक झील में छुपा देता है, तब उस सोने को वापिस पाने के लिये षडयंत्र रचे जाते हैं | अंत में वह विनोद को चकमा देने में सफल हो जाता है | वह “ सुनहरा तीर “ और “ अपराध का पुजारी “ में दोवारा दिखाई देता है | इस बार हालाँकि वह विनोद की पकड़ से बचने में असमर्थ रहता है |

थारसा (बम्बल-बी ऑफ बोहेमिया) :

इबने सफी ने थारसा के चरित्र पर आधारित कई उपन्यास लिखे हैं | वह एक बहुत ही शातिर महिला है जो जीरो लैंड का प्रतिनिधित्व करती है | उसमे अपने भावों को इस तरह से बदलने की क्षमता है कि उसे पह्चानना लगभग असंभव हो जाता है | वह राजेश के व्यक्तित्व से बहुत प्रभावित होती है | वह सबसे पहले “ काले द्वीप “ में दिखाई देती है | वह कई अन्य उपन्यासों जैसे “ सोने की मोहर “, “ अँधा भिखारी “, “ हत्यारों का देश “, “ मौत की माला “, “ रंगीन धारियां “, “ धारियों का हमला “, “ जौंक और नागिन “, “ चमकीला बादल “, “ जैबरा मैन “, “ जंगल का आदमी “ और “ काला देश “ में दिखाई देती है |

हम्बग दी ग्रेट :

हम्बग दी ग्रेट एक अंतर्राष्ट्रीय अपराधी है | उसकी पीठ पर एक कूबड़ है | वह एक साथ कई भूमिकाएं निभाता है | कभी वह किसी तीसरे दर्जे के शराबखाने में उस शराबखाने की बूढी और भद्दी परिचारिका के साथ छेड़खानी करता हुआ नजर आता है | उसी समय वह एक खूबसूरत औरत साजिद नगर की रानी के पति के रूप में भी नजर आता है | वह एक विदेशी जासूस है जो राजेश के देश में एक क्रांति शुरू करने की योजना बना रह है | इबने सफी ने इस कहानी के दो उपन्यास “ दिलचस्प घटना “ और “ मशीन की फुफकार “ तब लिखे थे जब वह तीन साल के लिये बीमार हो गये थे | हम्बग सीरीज का तीसरा और अंतिम उपन्यास “ हम्बग दी ग्रेट “ उनके ठीक होने के बाद लिखा गया था |